News Analysis / भारत उच्च रक्तचाप नियंत्रण (प्रबंधन) पहल
Published on: May 14, 2022
स्रोत: द हिंदू
चर्चा में क्यों?
भारत उच्च रक्तचाप नियंत्रण (प्रबंधन) पहल (India Hypertension Control Initiative- IHCI) नामक परियोजना के अनुसार, 2.1 मिलियन भारतीयों में से लगभग 23% का रक्तचाप अनियंत्रित (Uncontrolled Blood Pressure) है।
2.5 करोड़ व्यक्तियों के लिये रक्तचाप का प्रबंधन कर अगले 10 वर्षों में हृदय रोग से होने वाली पाँच लाख मौतों को रोका जा सकता है।
हाइपरटेंशन:
हाइपरटेंशन के बारे में:
रक्तचाप शरीर की धमनियों (Arteries) द्वारा शरीर की प्रमुख रक्त वाहिकाओं (Blood Vessels) की दीवारों पर परिसंचारी रक्त (Circulating Blood) द्वारा लगाया जाने वाला बल है।
हाइपरटेंशन की स्थिति तब उत्पन्न होती है जब रक्तचाप बहुत अधिक होता है।
इसे प्रकुंचन रक्तदाब स्तर 140 mmHg से अधिक या उसके बराबर या संकुचन रक्तदाब स्तर 90 mmHg से अधिक या उसके बराबर या/और रक्तदाब को कम करने के लिये ‘एंटी-हाइपरटेंसिव’ दवा लेने के रूप में परिभाषित किया गया है।
प्रसार:
दक्षिणी राज्यों में राष्ट्रीय औसत की तुलना में उच्च रक्तचाप का प्रसार अधिक है।
केरल (32.8% पुरुष और 30.9% महिलाएँ) में तेलंगाना के बाद सबसे अधिक ऐसे लोगों की संख्या है।
देश में 21.3% महिलाओं और 15 वर्ष से अधिक आयु के 24% पुरुषों में हाइपरटेंशन की समस्या है।
WHO की प्रतिक्रिया:
यह दिशा-निर्देश उच्च रक्तचाप के उपचार की शुरुआत के लिये साक्ष्य-आधारित सिफारिशें प्रदान करता है और आगे की कार्रवाई हेतु अनुशंसा करता है।
वर्ष 2021 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वयस्कों में उच्च रक्तचाप के औषधीय उपचार के संदर्भ में नए दिशा-निर्देश जारी किये हैं।
भारत उच्च रक्तचाप नियंत्रण (प्रबंधन) पहल (IHCI):
यह कार्यक्रम नवंबर 2017 में शुरू किया गया था।
पहले वर्ष में IHCI ने पाँच राज्यों- पंजाब, केरल, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और महाराष्ट्र के 26 ज़िलों को कवर किया।
दिसंबर 2020 तक IHCI को दस राज्यों– आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, पंजाब, तमिलनाडु, तेलंगाना और पश्चिम बंगाल के 52 ज़िलों में विस्तारित किया गया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद, राज्य सरकारों और डब्ल्यूएचओ-भारत ने उच्च रक्तचाप की निगरानी एवं उपचार के लिये पाँच वर्षीय पहल शुरू की है।
भारत "25 by 25" के अपने लक्ष्य के लिये प्रतिबद्ध है।
यह लक्ष्य वर्ष 2025 तक गैर-संचारी रोगों (NCD) के कारण समय से पहले मृत्यु दर को 25% तक कम करना है।
नौ स्वैच्छिक लक्ष्यों में से एक में 2025 तक उच्च रक्तचाप के प्रसार को 25% तक कम करना शामिल है।